The best Side of Navratri Shayari In Hindi
The best Side of Navratri Shayari In Hindi
Blog Article
माँ के आगमन के साथ आई है नवरात्रि की मिठास,
प्रजापति दक्ष अपनी शक्तियों को लेके बहुत अहंकार में था एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इस यज्ञ में उसने सभी देवताओं को आमंत्रित किया, परन्तु भगवन्न शंकर को यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती जो कि शिव जी की पत्नी थी, ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का आयोजन कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन व्यग्र हो उठा।
नवरात्रि के त्योहार में हो सबका मन प्यार से भरा।
माँ दुर्गे, माँ अंबे, माँ जगदांबे, माँ भवानी,
नवरात्रि के इस खास मौके पर हो आपके सपनों का सही मंजिल।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
माँ के आगमन के साथ हो सभी के जीवन का मंगलमय सफर।
नवरात्रि के इस प्यारे मौके पर करें उनका समर्पण और भक्ति।
माँ के आशीर्वाद से हो सबका मन प्यार से भरा।
जगत पालनहार है माँ, मुक्ति का द्वार है माँ, हमारी भक्ति का आधार है माँ, हम सबकी रक्षा की अवतार है माँ.
नवरात्रि के त्योहार में हो सबका मन सुखमय और संतुष्ट।
शांति और समृद्धि हमेशा बनी रहे जय माता दी !!
माँ के आगमन से हो सबका मन खुशियों से भरा हुआ।
नवरात्रि के इस मौके पर मां दुर्गा से प्रार्थना है !!